कानपुर: वीरांगना झलकारी बाई विकास समिति के 189वें महोत्सव के साथ कोरी समाज ने स्वाभिमान सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया और कानपुर के लगभग 7 जोड़ों का सामूहिक विवाह समारोह भी संपन्न किया गया। इस समारोह में कानपुर अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश की उपस्थिति रही।
कानपुर की वीरांगना झलकारी बाई विकास समिति द्वारा कानपुर में झलकारी बाई का 189वाँ महोत्सव के दौरान कोरी समाज द्वारा 24 वां स्वाभिमान सम्मेलन आयोजित किया गया। कानपुर के बर्रा दो अंतर्गत मां वैष्णो गेस्ट हाउस में आयोजित इस सम्मेलन के दौरान कई प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में 7 जोड़ों का सामूहिक विवाह समारोह भी संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ कानपुर ज़ोन के अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश की मौजूदगी में हुआ है। मुख्य अतिथि के तौर पर अपर जिला जज राजवीर सिंह, एस.पी. आदित्य प्रकाश मौजूद रहे।
इस सामूहिक कार्यक्रम में वैवाहिक जोड़ों के रूप में राहुल संग तान्या, जितेन्द्र कुमार संग सोमवती, सनी संग गीता, मिथुन वर्मा संग स्वाति, पुनीत कुमार संग स्वाति, धीरज संग गीता, शिवपूजन संग पिंकी मौजूद रहीं और सामूहिक विवाह समारोह के दौरान इन 7 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ। इस सामूहिक विवाह समारोह के दौरान वैवाहिक जोड़ों को आशीर्वाद देने के लिए पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, गौरीशंकर कोरी, अमिताभ बाजपेई, किरण कुमारी, दयाशंकर वर्मा, सलिल विश्नोई, दया दीन अनुरागी, मदन बाबू, लक्ष्मी कोरी समेत कई राजनेता और समाजसेवी पहुंचे।
संस्था के अध्यक्ष राजेश कुमार कोरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरी समाज की आबादी एक करोड़ होने के बावजूद सरकार इनके अधिकारों व नौकरियों में अनदेखा कर रही है। इसी दौरान उन्होंने 18 सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार को भेजने के लिए सम्मेलन में प्रस्ताव पारित कराया। इन मांगों में वीरांगना झलकारी बाई के नाम पर एक विश्वविद्यालय खोलने समेत कोरी समाज के लिए महिलाओं का आरक्षण और कोरी समाज के युवाओं को व्यापार और उद्योग लगाने में सहायता प्रदान करना समेत कई सामाजिक मुद्दे शामिल थे।
इस कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष राजेश कुमार कोरी समेत महासचिव धर्मेंद्र कुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष विद्यासागर, सचिव डीपी वर्मा, सुरेश कुमार, इंजीनियर आरसी वर्मा, कमल कांत, शकुंतला देवी, कांति वर्मा, विनोद कुमार, रमा, शिव प्रसाद, लोकेंद्र, धर्मेन्द्र, शैलेन्द्र, विजय, केके वर्मा, वीके माहौर, जय, रमेश, मुनीष समेत संस्था के सभी पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे।