भारतीय टीम ने बुधवार से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाले डे-नाइट टेस्ट से पहले नए मोटेरा स्टेडियम में स्विंग लेती गुलाबी गेंद से अभ्यास किया और कप्तान विराट कोहली ने इस कड़े ट्रेनिंग सत्र की अगुआई की।
मोटेरा स्टेडियम में हालांकि पहली बार इंटरनेशनल मुकाबले नहीं खेले जा रहे हैं. इसे नए तरीके से तैयार किया गया है. यह स्टेडियम 1980 के आस-पास बनकर तैयार हो गया था और पहला इंटरनेशनल मुकाबला 12 नवंबर 1983 को खेला गया था. हालांकि मैदान पर टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और इस टेस्ट मैच में विंडीज ने हमें 138 रन से हरा दिया था.
इंग्लैंड ने चेन्नै में पहला टेस्ट 227 रन से जीता था और भारत ने शानदार वापसी करते हुए इसी स्टेडियम में दूसरे मैच में 317 रन से जीत हासिल की जिससे चार मैचों की सीरीज अभी 1-1 से बराबरी पर है।
मैदान पर पहली जीत के लिए हमें लगभग तीन साल का इंतजार करना पड़ा. 5 अक्टूबर 1986 को वनडे मुकाबले में टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 52 रन से हराकर मैदान पर पहली जीत दर्ज की. नए मोटेरा स्टेडियम में लगभग सात साल बाद इंटरनेशनल मुकाबला होने जा रहा है. अंतिम मुकाबला 6 नवंबर 2014 को भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था. इस वनडे मैच को टीम ने 6 विकेट से जीता था.