कानपुर। चौबेपुर थाना अंतर्गत बिकरु गाँव मे बीते दस दिनों पूर्व गुरुवार रात गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस के साथ मुड़भेड़ हुई थी। जिसमें पहले से ही घात लगाए बैठे अपराधियों ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी और उस दौरान आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। जिसके बाद पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद सरगना विकास दुबे सहित सभी अभियुक्त फरार हो गए थे।
लेकिन पुलिस की मुस्तैदगी में विकास के पांच साथी मुड़भेड़ में ढेर हो गए थे। और शुक्रवार सूर्योदय के दौरान गैंगस्टर विकास दुबे भी भागते समय मुड़भेड़ में मारा गया। आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी विकास दुबे का कोरोना टेस्ट भी हुआ था जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी, विकास दुबे का शव उसके बहनोई लेने पहुंचे थे। वहीं विकास दुबे एनकाउंटर के बाद पुलिस अपने पूरे एक्शन में अन्य अपराधियों की धरपकड़ में जुटी हुई है।
शुक्रवार देर रात विकास दुबे मामले में वांछित अप्राधित शशिकांत पांडेय और शिवम दुबे को अपने घर मे शरण देने वाले दो लोग पुलिस की गिरफ्त में आ गए। चौबेपुर पुलिस के मुताबिक मध्यप्रदेश के ग्वालियर जनपद के थाना गोरखपुर सागर ताल निवासी अनिल पांडेय और थाना गोले का मंदिर के निकट प्राचीन मंदिर के पास निवासी ओमप्रकाश पांडेय ने बिकरु कांड में वांछित दो अपराधियों को शरण दी थी। जिसमें वो दोषी पाए गए हैं। शुक्रवार देर रात दोनो को गिरफ्तार कर लिया गया है और अग्रिम कार्यवाई के साथ अन्य लोगों की पकड़ में पुलिस जुटी हुई है।