कानपुर। आठ पुलिसकर्मियों का हत्यारा विकास दुबे छह दिन बीतने के बाद मध्यप्रदेश के उज्जैन में दिखने के बाद पुलिस हिरासत में लिया गया। पांच लाख का इनमिया विकास दुबे की खोज में बीते छह दिनों से पुलिस दिन रात जुटी हुई है। वहीं गुरुवार सुबह अपराधी विकास के दो गुर्गे भी पुलिस मुड़भेड़ के दौरान एनकाउंटर में ढेर हो चुके हैं।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक बिकरु का कांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे मध्यप्रदेश के उज्जैन में दिखने के बाद पुलिस की हिरासत में लिया गया। वहीं विकास के फरार होने के दौरान फरीदाबाद में उसकी मदद करने वाला उसका साथी प्रभात मिश्रा पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया था। गुरुवार सुबह करीब छह बजे फरीदाबाद से कानपुर आते समय कानपुर से पहले ही रास्ते में गाड़ी पंचर हो गई, इस दौरान प्रभात ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की,
जिस दौरान पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में अपराधी प्रभात मारा गया है, वहीं आईजी मोहित अग्रवाल ने कुछ सिपाही के घायल होने की बात बताई। दूसरी तरफ इटावा पुलिस के मुताबिक बकेवर थाना अंतर्गत महेवा में स्विफ्ट डिजायर कार लूटने की सूचना मिली थी, जिसमे विकास दुबे का करीबी रणबीर शुक्ला के साथ तीन और बदमाश शामिल थे।
सूचना के बाद गुरुवार सुबह करीब तीन बजे पुलिस ने चारों को सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर घेर लिया। पुलिस और चारों बदमाशों के बीच फायरिंग शुरू हो गई, इस फायरिंग के दौरान रणबीर शुक्ला को ढेर कर दिया गया, हालांकि उसके तीन साथी भागने में कामयाब रहे। बदमाशों के कब्जे से एक पिस्टल एक डबल बैरल और कई अन्य कारतूस बरामद किए गए हैं।