कानपुर। बिकरु में पुलिस मुठभेड़ के दौरान आठ पुलिसकर्मियों को मारने के बाद छह दिन तक फरार रहने वाला विकास दुबे आखिरकार मध्यप्रदेश के उज्जैन से गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं गिरफ्तार होने बाद पुलिस कस्टडी में उसने बड़े खुलासे किये। जिसके बाद यूपी पुलिस और एसटीएफ देर शाम करीब सात बजे तक विकास दुबे को लेकर कानपुर को रवाना हो गई।
इस कस्टडी के दौरान गैंगस्टर विकास दुबे ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा ने उसकी टाँग तोड़कर देख लेने की धमकी दी थी। उसने बताया कि चौबेपुर पुलिस सहित अन्य पुलिसकर्मी उसके सम्पर्क में थे। निलंबित थानाध्यक्ष विनय तिवारी ने मुखबिरी करके पुलिस के आने की सूचना दी थी। विकास दुबे ने बताया,
“एनकाउंटर के डर से मैंने पुलिस पर गोलियां चलाई थी। अगर मैं न मारता तो पुलिस एनकाउंटर कर देती। वहीं ताबड़तोड़ गोली चलाने के बाद पुलिसकर्मियों को मारने के बाद सबूत मिटाना चाहता था, इसलिए डीजल मंगाकर पुलिसकर्मियों को जलाने का प्लान था।”
गिरफ्तारी के बाद दोपहर में यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीम उज्जैन के लिए रवाना हुई और देर शाम करीब सात बजे उसको लेकर उज्जैन से कानपुर के लिए रवाना हुई। जिसके बाद पुलिस टीम के मुताबिक शुक्रवार को अपराधी विकास दुबे को कानपुर कोर्ट में पेश करेगी