कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए पूरी दुनिया को वैक्सीन का इंतजार है। दुनिया के कई मुल्क वैक्सीन की कोशिशों में जुटे हैं। क्लीनिकल ट्रायल से ह्यूमन ट्रायल तक सफल हो गए हैं।
अब तक हर तरफ ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन पर चर्चा हो रही थी, लेकिन मंगलवार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा कर दिया कि उनके यहां दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन तैयार हो गई है। रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय से मंजूरी भी मिल गई है। पुतिन ने ये भी बताया है कि उन्होंने अपनी बेटी को ये वैक्सीन दी है।
रूसी वैक्सीन से संबंधित वेबसाइट ने दावा करते हुए उन देशों के नामों को बताया है, जिन्होंने स्पूतनिक वी को खरीदने में इच्छा जताई है। इसमें भारत, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, फिलीपींस, ब्राजील, मैक्सिको आदि देश शामिल हैं। वेबसाइट का कहना है कि साल 2020 के अंत तक, 20 करोड़ कोरोना वैक्सीन के उत्पादन की योजना है। इसमें से 3 करोड़ डोज रूस खुद के लिए रखेगा।
माना जा रहा है कि वैक्सीन का बड़े स्तर पर उत्पादन इस साल के सितंबर में शुरू हो जाएगा। वेबसाइट कहती है कि आरडीआईएफ वैक्सीन में मजबूत वैश्विक रूचि देख रहा है। उसकी योजना फेज-3 क्लीनिकल ट्रायल कई अन्य देशों में करने की है। इन देशों में सऊदी अरब, ब्राजील, भारत, फिलीपींस आदि शामिल हैं।