सर्जिकल स्ट्राइक में लश्कर-ए-तैयबा को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान, 20 आतंकी मारे गए

सर्जिकल स्ट्राइक

इंद्रकुमार विश्वकर्मा,

खुफिया एजेंसियों द्वारा पकड़ी गई बातचीत संबंधित आकलन रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सेना द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकी ठिकानों पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को भारी नुकसान पहुंचा है। रिपोर्ट के मुताबिक लश्कर के लगभग 20 आतंकवादी मारे गए।

खुफिया एजेंसी के मुताबिक हाल के दिनों में आतंकियों का पुलिस स्टेशन को निशाना बनाना और हथियार छीनने की घटनाओं को इसलिए अंजाम दिया जा रहा है, ताकि यह साबित हो सके कि सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी कश्मीर में आतंकी गतिविधियां और आतंकी बरकरार हैं।

गत 28 और 29 सितंबर की रात को शुरू हुए बेहतरीन समन्वित अभियान में भारतीय सैनिक नियंत्रण रेखा के पार पहुंचे और एलओसी से 700 मीटर की दूरी पर स्थित एक पाकिस्तानी चौकी की सुरक्षा में स्थित चार आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारतीय सेना की फील्ड यूनिटों से उपलब्ध आकलन रिपोर्ट में कई पाकिस्तानी प्रतिष्ठानों के बीच हुई रेडियो बातचीत शामिल है।  इससे पता चला है कि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर के सामने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर स्थित दुदनियाल आतंकी शिविर में लश्कर-ए-तैयबा को अधिकतम नुकसान पहुंचा।

सूत्रों ने कहा कि रेडियो बातचीत से संकेत मिलता है कि मारे गए आतंकवादियों को नीलम घाटी में सामूहिक रूप से दफनाया गया।  पुंछ के सामने बलनोई क्षेत्र स्थित आतंकी ठिकानों को भी इसी तरह के भीषण प्रहार का सामना करना पड़ा। पाकिस्तानी सेना के रेडियो संदेशों के अनुसार इन ठिकानों में लश्कर-ए-तैयबा के नौ आतंकी मारे गए

सूत्रों ने बताया कि आतंकियों को भारतीय सेना की ओर से कार्रवाई किए जाने की उम्मीद नहीं थी और इसलिए वे हैरान रह गए।  आकलन रिपोर्ट के मुताबिक जब भारतीय सैनिकों ने इन आतंकवादियों को मारना शुरू किया,  तो वे पाकिस्तानी चौकी की तरफ भागते देखे गए।

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