थाईलैंड की गुफा में मंगलवार को तीसरे दिन रेस्क्यू ऑपरेशन में कोच समेत सभी 12 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। बच्चों को गुफा से बाहर निकालने के लिए उन्हें गोताखोरी के सामान्य मास्क की बजाय पूरे चेहरा ढकने वाले मास्क पहनाए गए थे ताकि उन्हें कम से कम डर लगे। सामान्य मास्क सिर्फ आंखों और नाक को ढकते हैं।
तीन दिन तक चले बचाव अभियान के बाद राहतकर्मियों को मंगलवार को सभी को बाहर निकाल लेने में कामयाबी मिल गई। थाइलैंड के उत्तर में चियांग राई इलाके की एक गुफ़ा में 23 जून से बच्चों की एक फुटबॉल टीम फंसी हुई थी।
बच्चों को मास्क पहना कर और ऑक्सीजन सिलिंडर के ज़रिए ऑक्सीजन देते हुए पानी के बीच से निकाला गया। बीच में गुफा का रास्ता काफी संकरा होने से भी दिक्कत आई। ऐसे में रविवार को अंधेरा होने तक चार ही बच्चे निकाले जा सके और फिर इस ऑपरेशन को सोमवार सुबह तक के लिए कुछ घंटे रोक दिया गया।
इस अभियान में 90 लोग शामिल थे जिनमें से 50 दूसरे देशों से आए गोताखोर और विशेषज्ञ हैं और चालीस थाईलैंड के हैं। निकाले गए सभी बच्चों को सीधे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उनका चेक अप किया।
उत्तरी थाइलैंड की बाढ़ग्रस्त थाम लुआंग गुफा में फंसे बच्चों को जांबाज गोताखोरों ने जान पर खेलकर बचा लिया। इससे पहले रविवार को चार बच्चों को सुरक्षित निकाला गया था। इस तरह सोमवार तक आठ बच्चे गुफा से निकाले जा चुके थे।
शेष बचे चार बच्चों और उनके सहायक कोच को निकालने के लिए मंगलवार को फिर अभियान चलाया गया। प्रधानमंत्री प्रयुथ चान ओचा ने भी घटनास्थल पहुंचकर बचाव अभियान का जायजा लिया।