ठाणे: 29 सितंबर 2021 को केन्द्रीय वस्तु एवं सेवाकर आयुक्तालय, ठाणे में हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रख्यात आलोचक और मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डाॅ.करुणाशंकर उपाध्याय ने कहा कि हिंदी इस समय संपूर्ण विश्व में सबसे तेजी से बढ़ने वाली भाषा है। वह वैश्विक स्पर्धा के वर्तमान दौर में हर जगह अपनी उपयोगिता सिद्ध कर रही है। इस समय भारत सरकार और बाजार की शक्तियां उसके संख्याबल को पहचान कर ही अपनी योजनाएं क्रियान्वित कर रही हैं। आज मीडिया, सोशल साइट्स, इंटरनेट और मनोरंजन के क्षेत्र में वह वर्चस्वकारी भूमिका में है। अब विकसित देश भी हिंदी के प्रति रुझान महसूस कर रहे हैं। इस कारण संयुक्त अरब अमीरात ने हिंदी को अपनी तीसरी आधिकारिक भाषा बना दिया है। हमारी सरकार नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से हिंदी और भारतीय भाषाओं को शिक्षा का माध्यम बना रही है जिससे उच्च स्तरीय मौलिक शोध और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसे ह्वाइट हाउस से संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा के मंच तक पहुंचा दिया है। भारत की विकासमान अर्थ व्यवस्था उसके लिए वरदान सिद्ध हो रही है। अतः वर्तमान सदी हिंद और हिंदी की होने जा रही है।आने वाला समय हमारा है।
इस अवसर पर केन्द्रीय वस्तु एवं सेवाकर आयुक्त राजन चौधरी ने हिंदी को जोड़ने वाली भाषा बतलाया और उन्होंने चेन्नई में अपने कार्यकाल के समय 95% तक हिंदी में कार्य करवाने का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि अब दक्षिण में भी लोग हिंदी तेजी से सीख रहे हैं और वहां भी हिंदी पखवाड़ा जोर- शोर से मनाया जाता है। आयुक्त राजन चौधरी ने शत-प्रतिशत कार्य हिंदी में करवाने के लिए उचित मार्गदर्शन किया।
इस अवसर पर हिंदी पखवाड़े में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। अपर आयुक्त विजय मानवटकर ने कार्यक्रम का सफल संयोजन किया और अंत में अपर आयुक्त सतीशचंद्र ने उपस्थित अतिथियों का आभार माना। इस मौके पर अच्छी संख्या में आयुक्तालय के अधिकारी और कार्मिक उपस्थित थे। सभी ने डाॅ. उपाध्याय के वक्तव्य को मंत्रमुग्ध होकर सुना और उसकी सराहना की।
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