कानपुर। धार्मिक मान्यताओं को देखते हुए कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं जहाँ पर एक रहस्यमयी रचना देखने को मिलती है। ग्रामीण क्षेत्र में एक ऐसा प्राचीन काल निर्मित रहस्यमयी मंदिर है, जिसका निर्माण करीब 1000 वर्ष पूर्व निर्मित होना बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों का ऐसा मानना है कि उस मंदिर के पट खुलने से पहले ही मंदिर के अंदर रहस्यमयी तरीके से पूजा हो चुकी होती है।
साढ़ क्षेत्र अंतर्गत करचुलीपुर गांव में लगभग एक हजार वर्ष पूर्व निर्मित इस अवलेश्वर मन्दिर में कई रहस्यमयी बातें सुनने को मिली हैं। ईटों का प्राचीन मंदिर नाम से विख्यात इस मंदिर की धार्मिक मान्यताएं रहस्यमई रूप में देखने को मिली है। गांव में स्थित इस मंदिर की धार्मिक मान्यताओं के रूप में कहा जाता है कि जब मन्दिर के पुजारी द्वारा इस मंदिर के पट को नित्य प्रातःकालीन खोला जाता है, तो वहाँ पहले से ही विधिवत पूजा हुई मिलती है।
कई वर्षों से आ रहे कुछ भक्तों का ये भी मानना है कि इस मंदिर में भगवान अश्वत्थामा आकर नित्य प्रतिदिन पूजा कर जाते हैं। सावन के प्रथम सोमवार में मन्दिर में आए भक्तों ने भगवान शिव की आराधना करके दर्शन किये और महामारी के दौरान भक्तों ने सोशल डिस्टेंशिंग के साथ करीब पांच-पांच भक्तों की कतार लगाकर दर्शन किये।