कानपुर। चौबेपुर थाना अंतर्गत बीते गुरुवार को बिकरु गाँव दबिश डालने गई पुलिस पर गाँव के शातिर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे सहित दर्जनों साथियों ने ताबड़तोड़ गोली चलाई थी। जिसमे एक डीएसपी सहित आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी।
वहीं इस मामले में मार्च महीने में डीएसपी/सीओ देवेंद्र मिश्रा द्वारा जारी एक पत्र वायरल हो रहा है। जिसमे निलंबित थानाध्यक्ष चौबेपुर विनय तिवारी की दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के साथ संलिप्तता दर्शाई गई है। विकास दुबे के अपराधों की संलिप्तता में मृतक सीओ देवेंद्र मिश्रा ने करीब 19 बार तत्कालीन एसएसपी अनन्त देव तिवारी को अवगत कराया था, लेकिन एसएसपी अनन्त ने एक बार भी इस मामले का संज्ञान नहीं लिया।
जिसका खामियाजा आठ पुलिसकर्मियों को अपनी जान देकर भुगतना पड़ा। वहीं विकास का खजांची जय बाजपेई की मामले में संलिप्तता दिखने के बाद डीआईजी अनन्त देव के साथ फोटो वायरल होने लगी। जिसके बाद मामले की जांच में डीआईजी एसटीएफ अनन्त देव तिवारी का तबादला कर दिया गया। मंगलवार देर रात अनन्त देव को डीआईजी पीएसी मुरादाबाद की कमान दे दी गई।