कानपुर का ऐसा इलाका, जहाँ गन्दगी की चपेट में रह रहे हैं दर्जनों पुलिस परिवार

कानपुर । कोरोना वायरस एक ऐसी महामारी है, जिससे पूरा विश्व उस महामारी के चपेट में है। हर कोई इस कोरोना महामारी से बचना चाहता है। जूही कॉलोनी में मौजूद पुलिसकर्मियों के परिवार भी इस महामारी के खौफ के साथ साथ क्षेत्र की गन्दगी से परेशान हैं। गन्दगी के चलते पुलिस परिवार होने वाली बीमारी के खौफ में जी रहें हैं।

जनपद के वार्ड 38 जूही अंतर्गत पुलिस कालोनी गन्दगी के चलते इस समय सुर्खियों में है। जहाँ के पार्षद और नगर निगम कर्मियों की लापरवाही पुलिस कर्मियों व उनके परिवार के जीवन में बड़ा खिलवाड़ कर रहें है। जूही कॉलोनी में रहने वाले लवकुश बताते हैं कि बीते कई महीनों से इस कॉलोनी में सफाई नहीं हुई है। जिसके चलते कॉलोनी के आसपास गन्दगी का अंबार लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि यहां के पार्षद आज तक अपने क्षेत्र में बनी पुलिस कालोनी में झांकने भी नही आए हैं और न ही इस कोरोना जैसी महामारी में पुलिस कॉलोनी में कोई पुख्ता इंतजाम किए गए।

पुलिसकर्मियों ने बताया कि इस कॉलोनी में लगभग 132 पुलिस परिवार रहते हैं। जहाँ गन्दगी के कारण सुरक्षा के लिए अभी तक सेनेटाइज नही किया गया है। पुलिसकर्मियों ने अपना दर्द बताते हुए कहा कि हमारी कॉलोनी में अभी तक सफाईकर्मी नियमित तौर पर नहीं आता है। जिस कारण स्थिति भयानक बनी हुई है। वहीं पुलिस परिवारों ने गन्दगी के इस खेल में पार्षद मुकेश पर भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पार्षद की अनदेखी के चलते सफाईकर्मी यहाँ नियमित तौर पर नहीं आते है। यहाँ की गली गन्दगी से भरी पड़ी है और नालियां व सीवर सब जाम है। गन्दगी से ग्रसित पुलिस परिवारो ने बताया कि कोरोना वायरस की महामारी से बचने के लिए सरकार और बहुत से सम्भ्रान्त लोग न जाने कितना पैसा खर्च कर रहे है। लेकिन यहाँ के पार्षद मुकेश को गन्दगी केी जरा भी परवाह नहीं है, क्योंकि अभी तक कॉलोनी के किसी भी स्थान को सेनेटाइज नहीं किया गया है। इस मामले में पार्षद मुकेश से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो सका।

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