कानपुर:- बेटा देश की रक्षा करते-करते शहीद हो गया। वृद्ध माता-पिता बेसहारा हो गए। सिर पर ऋण का बोझ और मकान गिरवी रखा था। इस पर्वत सी पीर को मीडिया ने उठाया तो यह जान औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना का दिल पिघल गया। शहीद दीपक पांडेय द्वारा लिया गया सारा होम लोन एकमुश्त चुकाकर मंत्री ने घर पहुंचकर उनके माता-पिता को नो ड्यूज प्रमाण पत्र और घर की रजिस्ट्री सौंप दी।
चकेरी के मंगला विहार निवासी दीपक पांडेय पिछले दिनों बडग़ाम में शहीद हो गए। तब उनके पड़ोसियों और परिवार के करीबियों ने बताया कि दीपक पांडेय का घर छोटा सा था।
अपना पूरा घर बनवाने के लिए पिछले साल ही 20 लाख रुपये का लोन बैंक से लिया था। वह कुछ ही किश्त दे पाए थे। अब शहीद के पिता रामप्रकाश और मां रमा पांडेय कैसे इसे चुकाएंगे। इस मुद्दे को मीडिया चैनलों ने उठाया। अखबार में समाचार प्रकाशित होते ही औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने घोषणा कर दी कि जितना भी होम लोन होगा, वह व्यक्तिगत रूप से एकमुश्त जमा करेंगे। संपर्क करने पर शहीद के परिजनों ने बताया कि एलआइसी हाउसिंग से ऋण लिया था।
मंत्री ने एलआइसी से स्टेटमेंट निकलवाया तो पता चला कि 12 लाख रुपये होम लोन लिया गया था। उस पर कुछ ब्याज लग गया था। मंत्री ने बताया कि शहीद का ब्याज एलआइसी अधिकारियों ने माफ कर दिया। शेष 11 लाख 93 हजार 482 रुपया उन्होंने जमा कर दिया। गुरुवार को कैबिनेट मंत्री महाना एलआइसी अधिकारियों के साथ शहीद के घर गए थे। गिरवी रखे घर की रजिस्ट्री और नो ड्यूज प्रमाण पत्र माता-पिता को सौंपा।