मुंबई: आगामी 17 अगस्त 2019 को मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रोफेसर एवं अध्यक्ष डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय को साक्षात इंटरटेनमेंट की ओर से साहित्य भूषण सम्मान 2019 प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान डॉ. उपाध्याय को उत्कृष्ट साहित्यिक एवं आलोचनात्मक लेखन के लिए दिया जाएगा। ध्यातव्य है कि अब तक डॉ. उपाध्याय की 16 मौलिक आलोचनात्मक पुस्तकें और 15 संपादित पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इनके अब तक विविध पत्र-पत्रिकाओं में 350 से अधिक लेख भी प्रकाशित हो चुके हैं।
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डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय भारतीय एवं पाश्चात्य कविता और काव्यशास्त्र के अधिकारी विद्वान हैं। इनके मार्गदर्शन में अब तक 27 शोधार्थी पी-एच .डी. तथा 52 छात्र एम. फिल. उपाधि प्राप्त कर चुके हैं। डॉ. उपाध्याय को साहित्यिक एवं आलोचनात्मक अवदान के लिए अब तक दो दर्जन से अधिक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार व सम्मान भी प्राप्त कर चुके हैं।
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डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय भारत सरकार , विश्वविश्वविद्यालय अनुदान आयोग, देश के विविध विश्वविद्यालयों, संघ लोक सेवा आयोग, महारत्न कंपनियां तथा विविध बैंकों की अनेक महत्वपूर्ण समितियों के सदस्य भी हैं। वे न केवल हिंदी के चर्चित आलोचक हैं, अपितु हिंदी के अत्यंत सक्रिय योद्धा भी हैं। डॉ. उपाध्याय हिंदी के संयुक्त परिवार की रक्षा के लिए लगातार प्रयासरत हैं और बोलियों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए अलग से अकादमी बनाने की मांग कर रहे हैं। वे न केवल हिंदी को उच्च न्यायालयों एवं सर्वोच्च न्यायालय की भाषा बनवाने के लिए कृतसंकल्प हैं, अपितु उसे संयुक्त राष्ट्र संघ की आधिकारिक भाषा का दर्जा दिलाने के लिए भी प्रयासरत हैं। वे इस दिशा में सम्बद्ध पक्षों को लिख रहे हैं।
गौरतलब है कि डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय विदेश और रक्षा मामलों के विशेषज्ञ के रूप में विभिन्न टीवी चैनलों पर लगातार आमंत्रित किए जाते हैं तथा प्रतिष्ठित अखबारों में लेखन करते रहते हैं। ऐसे मनीषी विद्वान को सम्मानित करते हुए आयोजक संस्था स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही है।
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